Swachha sarvekshan 2020– भारत सरकार का यह एक लोकप्रिय और बेहद महत्वपूर्ण मिशन है।भारत में अभी बहुत ऐसे सहर है जहा गंदगी फैली हुई है।जो कि देखने में अच्छा नहीं लगता है।अभी भी कुछ से लोग है जिनके पास टॉयलेट नहीं है।पर 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद करोड़ों लोगो के लिए टॉयलेट बना है।जो महिलाएं बाहर में सौच जाती थी उनके लिए ये बहुत बड़ी बात है।घर में अधी बीमारी तो बाहर सॉच जाने से ही होती है।आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 लिस्ट: swachha sarvekshan 2020
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स्वच्छ सर्वेक्षण क्या है
स्वच्छ सर्वेक्षण कि सुरूवात 2016 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाया गया था।इसमें सालभर में शहरों को कुछ तय पैमानों के आधार पर मापा जाएगा कि कौन सा राज्य का कौन सा शहर सबसे स्वच्छ है ।इसका मुख्य उद्देश्य लोगो को और राज्य सरकारों को एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए प्रोत्शाहन करना है।और इसका परिणाम भी दिखने लगा है।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 लिस्ट में कौन शहर टॉप पे है
यूनियन मिनिस्टर ऑफ हाउसिंग एंड अफेयर हरदीप सिंह ने वार्षिक स्वच्छ सर्वेक्षण में इंदौर को प्रथम स्थान पे आने की बधाई डी है।ये चौथी बार होगा जब इंदौर लगातार स्वच्छ सर्वेक्षण में टॉप पे आया है।
इंदौर का नाम सबसे स्वच्छ शहर के नाम पे प्रथम आया है।हाउसिंग और अर्बन अफेयर्स के मिनिस्ट्री के रिपोर्ट के अनुसार इसी क्रम में सूरत दूसरे नंबर आया है।वहीं नवी मुंबई तीसरे स्थान पे आया है।
वाराणसी को गंगा के किनारे सबसे स्वच्छ टाउन घोषित किया है।आपको बता दे की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही वाराणसी से सांसद है।नरेंद्र मोदी की स्वच्छता अभियान के कारण वाराणसी में बहुत से लोगो और एनजीओ ने खुद से भी घाटी को स्वच्छता में अपना योगदान दिया है।
स्वच्छ सर्वेक्षण का उद्देश्य
स्वच्छ सर्वेक्षण का एक ही उद्देश्य है कि भारत को गंदगी मुक्ता करना और स्वच्छ बनाना ।इसके लिए जन भागीदारी और प्रतिस्पर्धा से इस लक्ष्य को जल्दी पूरा करना।आपको मालूम ही है को पहले लोग खुले में सौचा करते थे।इससे उन्हें कई प्रकार की बीमारियां होती थी ।इसके लिए देश भर में करोड़ों टॉयलेट बनाई गई है।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में लगभग 1.87 करोड़ लोगो ने हिस्सा लिया जहां 4242 शहर और 62 containment जोन 92 शहर ने भाग लिया है।ऐसा मिनिस्ट्री के प्रवक्ता राजीव जैन ने बताया।
इस सर्वेक्षण को 28 दिन में पूरा किया गया ।आपको बता दे की आप स्वच्छ ऐप पे अपना रजिस्ट्रेशन करवा के इसमें भाग ले सकते है।1.7 करोड़ लोगो ने इस ऐप पे रजिस्ट्रेशन किया है।5.5 लाख सैनिटरी वर्कर ने इसमें भाग लिया है।
स्वच्छ सर्वेक्षण किस आधार होता है
- इसमें बहुत सारे बिंदुओं को ध्यान में रखा जाता है।इसमें नागरिकों की भागीदारी और फीडबैक और स्वतंत्र निरीक्षण किया जाता है – इसका 10 प्रतिशत वेटेज है।
- इनोवेशन का इसमें बहुत महत्व है और इसपर भी जोर दिया गया है कि कैसे आप अपने इनोवेशन से कचरे को कलेक्ट , ट्रांसपोर्ट, रिसाइकिल ,और डिस्पोज करते है।उसपे 5 प्रतिशत वेटेज है।
- पानी का टॉयलेट के साथ कनेक्टिविटी ,पब्लिक टॉयलेट कितने है साफ है कि नहीं, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट हो रहा है कि नहीं।
- लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट ट्रिटमेंट से हो रहा है कि नहीं।सूखा और गीला कचरा अलग रख जा रहा है कि नहीं ।
- इस सब वेस्ट का खाद बन रहा है को नहीं ,सॉलिड वेस्ट की प्रोसेसिंग पे 5 प्रतिशत का वेटेज है।
- इन सभी को डायरेक्ट ऑब्रवेशन से निरीक्षण किया जाएगा, लोगो से फीडबैक लिया जाएगा कि कैसा काम चल रहा है, मुनिस्पल्टी से पूछा जाएगा।
इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रख के तभी स्वच्छ सर्वेक्षण कि रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
तो उम्मीद है आपको यह स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 लिस्ट: swachha sarvekshan 2020 की जानकारी पसंद आयी होगी।अगर आपको पसंद आई तो आप इस अपने दोस्तो के साथ भी शेयर करे